खबरों में इतिहास अक्सर इतिहास से संबंधित छोटी-मोटी खबरें आप तक पहुंच नहीं पाती हैं। इस कमी को पूरा करने के लिए इतिहास ब्लाग आपको उन खबरों को संकलित करके पेश करेगा, जो इतिहास, पुरातत्व या मिथकीय इतिहास वगैरह से संबंधित होंगी। अगर आपके पास भी ऐसी कोई सामग्री है तो मुझे drmandhata@gmail पर हिंदी या अंग्रेजी में अपने परिचय व फोटो के साथ मेल करिए। इस अंक में पढ़िए--------। १-डायनासोर के 19 करोड़ साल पुराने बसेरे की खोज २-इंसान और कुत्ते का रिश्ता 30 हज़ार साल पुराना |
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डायनासोर के 19 करोड़ साल पुराने बसेरे की खोज
दक्षिण अफ्रीका के जीवाश्म वैज्ञानिकों को डायनासोर के अंडों का एक ऐसा ठिकाना मिला है जो अब से पहले मिले सभी जगहों से करीब दस करोड़ साल पुराना है। इसकी खोज करने वाले जीवाश्म वैज्ञानिकों को इस जगह से ऐसे दस अलग-अलग बसेरे मिले हैं जिनमें 6-7 सेंटीमीटर लंबे कम से कम 34 अंडे मिले हैं। ये जीवाशेष 'प्रोसॉरोपोड मैसोपोन्डिलस' प्रजाति के डायनासोर का है जो लंबी गर्दन वाले सॉरोपोड प्रजाति के डायनासोर डिप्लोडोकस से संबंधित है। इन ठिकानों से मिली जानकारी के अनुसार ये डायनासोर अंडे देने के लिए बार-बार इन कीड़ा स्थलों पर लौट कर आते थे और यहां झुंड में अंडे देकर वापस चले जाते थे, इस प्रक्रिया को उपनिवेशीय तरीके से घर बसाना कहा जाता है।
19 करोड़ साल पुराने अवशेष : इस 19 करोड़ साल पुराने अवशेषों में डायनासोर के भ्रूणीय कंकाल भी मिले हैं जिनका वर्णन राष्ट्रीय विज्ञान एकेडेमी में किया गया है। ये कंकाल दक्षिण अफ्रीका के गोल्डन गेट नेश्नल पार्क में एक 25 मीटर लंबे चट्टान में पाए गए हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार इस तरह के कई और स्थल इन चट्टानों में समाए हुए हैं जो समय बीतने पर अपने आप नज़र आने शुरू हो जाएंगे। लेकिन इस ताजा खोज ने अब तक पृथ्वी में डायनासोर के इतिहास के बारे में मिली जानकारियों को काफी हद तक विस्तृत किया है। रॉयल ओनटारियो म्यूजियम में वर्टीब्रेट पैलियनटोलॉजी विभाग में सहायक संरक्षक के पद पर तैनात डेवि़ड इवांस कहते हैं, 'वैसे तो डायनासोर के अवशेषों के बारे में हमें अब तक व्यापक जानकारी हासिल हो चुकी है, लेकिन उनके प्रजनन संबंधी जानकारियों का अब भी का काफी अभाव है, खासकर इनकी शुरुआती पीढ़ी के बारे में।' डेविड आगे कहते हैं, 'इन 19 करोड़ साल पहले पुराने प्रजनन स्थलों की जानकारी के बाद हमें पहली बार डायनासोर के शुरुआती पीढ़ियों के विकास को दर्शाने वाले इतिहास की अनोखी जानकारी मिल सकेगी जिससे अब से पहले तक हम अनजान थे।' साभार-बीबीसी
इंसान और कुत्ते का रिश्ता 30 हज़ार साल पुराना
http://www.samaylive.com/international-news-in-hindi/139462/dog-human-being-canine-man-s-friend-animal-world.html
कुत्ते इंसान के न सिर्फ सबसे अच्छे मित्र हैं बल्कि सबसे प्राचीनतम मित्र रहे हैं. यह बात एक नये अध्ययन में सामने आई है। लंदन से प्राप्त एक समाचार के अनुसार एरिजोना विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में पता चला कि मानव और कुत्तों के बीच पिछले 30 हजार सालों से रिश्ता रहा है. साथ ही यह भी पाया गया है कि यह वही जानवर है जो सबसे पहले इंसान का पालतू जानवर बना।
शोधकर्ताओं ने साइबेरिया में 33 हजार साल पुराने कुत्ते के अवशेषों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है. उनके अध्ययन से ही पता चला है कि उस दौर में भी यह जानवर इंसान का पालतू था। शोधकर्ता ग्रेग होडगिन्स ने फॉक्स न्यूज से दावा किया है कि 33 हजार साल पुराने इन अवशेषों से पता चला है कि उस दौर में कुत्ते इंसान के करीब थे। उन्होंने कहा कि आमतौर पर हम सोचते हैं कि इतिहास में बकरी, गाय, भेड़ आदि इंसान के पालतू जानवर रहे होंगे. लेकिन मानव और कुत्तों का इस दौर में भी खास रिश्ता था।
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