गंगा किनारे तुलसीघाट के तुलसी मंदिर से गुरुवार को प्राचीन रामचरित मानस
की हस्तलिखित प्रति चोरी हो गई। मंदिर के एक तरफ के द्वार की कुंडी तोड़कर
चोर ‘रामचरित मानस’ के दो भागों के अलावा एक वाल्मीकि रामायण और चांदी का
एक मुकुट भी साथ ले गए। अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) मानसिंह चौहान ने बताया कि
मंदिर के पुजारी दुर्गा शंकर मिश्र की तहरीर पर भेलूपूर थाने में मामला
दर्ज किया गया है। पुजारी के मुताबिक, दिन में दस बजे मंदिर खोलते वक्त एक
द्वार की कुंडी टूटी हुई मिली। पुजारी की सूचना पर जिलाधिकारी रवींद्र और
पुलिस उप महानिरीक्षक राम कुमार भी देर रात मौके पर पहुंचे और घटना की
जानकारी ली। डाग स्क्वाड के साथ पुलिस टीम ने चोरों का सुराग पाने की नाकाम
कोशिश की।वाराणसी, 23 दिसंबर (भाषा)।
2 comments:
कुछ समय पहले टीवी पर चित्रकूट से दिखाये जा रहे एक कार्यक्रम में भी हस्तलिखित पवित्र ग्रन्थ की चोरी की आशंका जताई गई थी। दुखद है ऐसी घटनायें।
दुखद समाचार। ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा के लिये अधिक ध्यान और संसाधन की आवश्यकता है।
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